राज्य में खाद संकट को लेकर बीजेडी विधायकों के लगातार हंगामे के कारण ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही को आज एक बार फिर स्थगित करना पड़ा। हंगामा ज्यादा बढ़ने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने कार्यवाही कल सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
शुक्रवार दोपहर चार बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू हुई बीजेडी विधायक एक बार फिर वेल में आकर नारेबाजी करने लगे और राज्य में खाद संकट पर विशेष चर्चा की मांग करने लगे। हंगामे के चलते सदन चलाना संभव न होने पर स्पीकर ने कार्यवाही को अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया।
सुबह भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला था, जब प्रश्नकाल शुरू होते ही बीजेडी सदस्य तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे और सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। स्पीकर के बार-बार अपील करने के बावजूद सदस्य वेल से बाहर नहीं आए, जिससे सदन मात्र चार मिनट ही चल सका और फिर चार बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
बीजेडी की यह आक्रामकता उस एक दिन बाद देखने को मिली, जब खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र ने सदन में राज्य भर में खाद की काला बाजारी होने की बात स्वीकार की थी।
सदन के बाहर, विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक ने कहा कि उन्हें यह कदम इसलिए उठाना पड़ा क्योंकि सरकार ने किसानों की समस्याओं को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि “यह सरकार किसानों की मांग पूरी करने में विफल रही है और पूरे राज्य में खाद की जमकर कालाबाजारी हो रही है।”