शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी शिक्षा ओ अनुसंधान (सोआ) विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज (एसपीएस) कैंपस-2, फूलनखरा में सोमवार को शैक्षणिक सत्र 2025-26 के प्रथम बैच के नए बी.फार्मा विद्यार्थियों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘प्रारंभ – द बिगिनिंग’ का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में आर एंड डी लेबोरेटरीज प्रा. लि. के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र नाथ दास मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि फार्मेसी एक महान पेशा है, जिसमें एक फार्मासिस्ट न केवल स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा होता है बल्कि समाजहित में भी कार्य करता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में फार्मेसी जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की मांग काफी बढ़ी है, जिसके कारण छात्र-छात्राओं में इस क्षेत्र के प्रति विशेष रुचि दिखाई दे रही है।
 उन्होंने आगे कहा कि कोविड काल में फार्मासिस्टों ने फ्रंटलाइन योद्धा के रूप में कार्य किया। विद्यार्थियों को परिश्रम, समयनिष्ठा, नैतिकता और मूल्यबोध जैसे गुणों को अपने जीवन में अपनाने की सलाह भी उन्होंने दी।
 इस अवसर पर सोआ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रदीप्त कुमार नंद विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने देश के शीर्ष 15 विश्वविद्यालयों में शामिल सोआ में अध्ययन के लिए चयन करने पर फार्मेसी विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
 कार्यक्रम में आईएमएस एंड सम हॉस्पिटल-2 के डीन प्रोफेसर (डॉ.) अरक्षित स्वाईं, एसपीएस-1 और एसपीएस-2 के सलाहकार प्रोफेसर (डॉ.) सुदाम चरण सी. तथा डीन (छात्र कल्याण) प्रोफेसर ज्योति रंजन दास उपस्थित रहे। उन्होंने नए विद्यार्थियों का स्वागत किया और प्रेरक संबोधन दिया।
 इस कार्यक्रम में एसपीएस-2 के डीन प्रो. दुर्गा माधव कर ने स्वागत भाषण दिया, जबकि प्रोफेसर (डॉ.) लक्ष्मीधर महारणा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए फार्मेसी पाठ्यक्रम एवं सोआ विश्वविद्यालय की विशेषताओं पर विस्तार से जानकारी दी।
 कार्यक्रम के अंत में एसपीएस-2 की सहायक प्रोफेसर मोनालिसा राउत ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।