मधुबनी बिहार के मधुबनी जिले में राजद के झंझारपुर संगठन के जिलाध्यक्ष वीर बहादुर राय को फुलपरास थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उनके खिलाफ न्यायालय से गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। यह गिरफ्तारी पुराने दुराचार मामले में हुई है। दो अलग संगठन का गठन: मधुबनी जिले में राजद ने झंझारपुर और मधुबनी दो अलग-अलग संगठन बनाए हैं। झंझारपुर संगठन की कमान वीर बहादुर राय के हाथों में थी। वे फुलपरास थाना क्षेत्र के जगतपुर गांव के निवासी हैं। पार्टी के इस विभाजन के पीछे स्थानीय स्तर पर बेहतर संगठनात्मक कार्य करने की रणनीति बताई जा रही है। लगभग दस वर्ष पूर्व जगतपुर गांव की एक महिला ने वीर बहादुर राय सहित अन्य लोगों पर कथित दुराचार का आरोप लगाते हुए न्यायालय में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा लंबित था। न्यायालय ने इसी आधार पर उनके खिलाफ वारंट निर्गत किया, जिसके तहत पुलिस ने कार्रवाई की।
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लोग इस कार्रवाई को विभिन्न नजरिए से देख रहे हैं। कई लोगों ने गिरफ्तारी के समय पर सवाल उठाए और इसे राजनीति से प्रेरित बताया। विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण ऐसे आरोपों ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मधुबनी जिले में पुलिस विशेष छापेमारी अभियान चला रही है। पुराने मामलों के निपटारे और वारंटी गिरफ्तारी के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का दावा है कि यह अभियान निष्पक्ष और कानूनी प्रक्रिया के तहत चलाया जा रहा है।
राजद जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी ने स्थानीय राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय लोग इस घटना पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मामले की आगे की जांच और न्यायिक प्रक्रिया पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
फुलपरास डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि यह पुराना मामला गंभीर धाराओं में लंबित था। न्यायालय के गैर-जमानती वारंट के आलोक में गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं या नहीं, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। कार्रवाई पूरी तरह न्यायिक आदेश पर आधारित है।