ओडिशा विधान सभा के शीतकालीन सत्र से पहले बुधवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में सत्र के सुचारू और समन्वित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण चर्चा हुई। बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न प्रक्रियात्मक मुद्दों पर विचार किया, जिनमें शून्यकाल (जीरो ऑवर) की अवधि और सत्ता पक्ष व विपक्ष के लिए बोलने के समय का आवंटन प्रमुख रहा। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने की।
बैठक में प्रमुख मुद्दा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निर्धारित संबोधन का रहा। राष्ट्रपति 27 नवंबर से शुरू होने वाले सत्र के दौरान विधानसभा को संबोधित करेंगी। विधानसभा अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति के संबोधन के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।
राष्ट्रपति के उच्च-स्तरीय दौरे को ध्यान में रखते हुए आयुक्तालय पुलिस ने ब्लू बुक दिशानिर्देशों के अनुसार विधानसभा परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। कुल 33 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए जाएंगे, जिनमें स्ट्राइकिंग फोर्स, एसटीएफ, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाड और फायर सर्विस कर्मी शामिल होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी डीसीपी (सिक्योरिटी) करेंगे। उनके साथ 7 अतिरिक्त डीसीपी, 23 एसीपी, 26 इंस्पेक्टर और 88 एसआई/एएसआई तैनात रहेंगे। कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए 225 से अधिक अधिकारी ड्यूटी पर रहेंगे।
निगरानी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए पांच अस्थायी पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर दी गई है, जिससे विधानसभा और आसपास का इलाका एक तरह से पुलिस कैंटोनमेंट में तब्दील हो गया है। सत्र के दौरान लोअर पीएमजी क्षेत्र में धारा 144 लागू रहेगी।