भ्रष्टाचार के प्रति अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल के मानसिक स्वास्थ्य एवं कैंसर विभाग में कार्यरत वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. करुणाकर राउत को बर्खास्त कर दिया है। जाजपुर के मधुबन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. राउत कटक विजिलेंस विभाग की जांच के घेरे में थे। भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी विभागीय कार्यवाही शुरू होने के बाद उन्हें पहले निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में विजिलेंस न्यायालय ने उन्हें दोषी ठहराया, जिसके बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने स्वच्छ शासन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया कोई भी अधिकारी, चाहे वह किसी भी पद का हो, कड़ी कार्रवाई का सामना करेगा। उनके नेतृत्व में, विजिलेंस विभाग ने अपने प्रयासों को तेज कर दिया है, लक्षित छापे मारे हैं और कई विभागों में अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है।
इस बर्खास्तगी से राज्य मशीनरी में एक मजबूत संकेत गया है, क्योंकि माझी के नेतृत्व वाली सरकार सार्वजनिक सेवा में भ्रष्ट आचरण के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए है।