कुलडीहा वन्यजीव अभयारण्य में संचालित एक संगठित वन्यजीव शिकार और मांस तस्करी गिरोह के सिलसिले में वन विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को चार शिकारियों को गिरफ्तार किया है।
इन गिरफ्तारियों के बाद एक ऐसे अवैध नेटवर्क का खुलासा हुआ है जो मोबाइल फोन और व्हाट्सऐप समूहों के माध्यम से शिकार और वन्यजीव मांस की बिक्री का समन्वय करता था। जांच में पता चला है कि शिकार के स्थान, आपूर्ति श्रृंखला, खरीदारों और डिलीवरी पॉइंट से जुड़ी जानकारियां व्हाट्सऐप ग्रुप्स के जरिए साझा की जाती थीं।
अधिकारियों के अनुसार, कुलडीहा अभयारण्य में शिकार की गतिविधियां लगातार बढ़ रही थीं। आरोपी कथित तौर पर जंगल के भीतर जंगली जानवरों का शिकार कर उनका मांस बाहर बेचते थे।
गिरफ्तार किए गए लोगों पर आरीदार वाइपर (सॉ-स्केल्ड वाइपर), हाथी के दांत (दंत), और शिकार किए गए जंगली जानवरों के मांस सहित विभिन्न वन्यजीव उत्पादों की अवैध तस्करी में शामिल होने का संदेह है।